रंगभेद : भारत का दूसरा सच
आपने किसी न किसी की जुबान से यह तोह सुनते ही होगा की भारत कितना महान देश है . हम लोकतांत्रिक देश है सबको सामान मानते है ,सबको हमारे यहाँ बराबर अवसर है . बहुत सारे हिन्दुस्तानी विदेशो में नौकरी करते है . दुनिया में हर जगह हम लोग फैले है ,और अपने देश का नाम विदेश में रोशन करते है . हमारी बुद्धि का डंका पूरी दुनिया मानती है . हमारे समाज को दुनिया नहीं समझ सकती ,हमे दुनिया नहीं जानती |
But there is one thing which we even don’t know about ourself.
WE ARE A BIG RACIST NATION.
हम चाहे कुछ भी तर्क दे ,पर सत्य तोह यह है की गोरे रंग के लोग अपने आप ही हमारे समाज में ऊचे/बड़े ,ज्यादा अकल्मन्द मान लिए जाते है . काले रंग के लोगो को हीन भावना से देखा जाता है , बिना कुछ करे ही उन्हें दोयम दर्जे का व्यक्ति मान लिया जाता है | भारत के टीवी विज्ञापन में आपने कभी किसी काले व्यक्ति को देखा , ऐसे ads की भरमार रहती है टीवी या मैगजीनो में जिसमे आपको कुछ ही दिनों में गोरा बना देना का वादा कर दिया जाता है | अख़बार में शादी के विज्ञापन देखिये सबको गोरी लड़का / लड़की चाहिए | क्या आपको सास बहु के सीरियल में काली बहु ,सास दिखी |
And there are many more examples.It looks like we are suffering from some kind of white superiority complex.
अभी हाल में ही फेसबुक पर एक तस्वीर वायरल हुई है . अगर आपको भी यह तस्वीर दिख जाये तोह इसमें किये हुए कमेंट जरुर पढ़े ,सच्चाई सामने आ जायेंगे .
जो बात समझ से परे है ,वो यह की भला किसी का रंग /जात / धर्म उसकी बुद्धि /काबिलियत कैसे तय कर सकता है |
खेर में यह पोस्ट अफ्रीकी मूल के छात्रों (अश्वेतों) पर लगातार हो रहे हमले पर लिख रहा हु | लोग अपना देश छोड़कर हमारे देश में पढने आ रहे है ,हम पर विश्वास जता रहे है और आप है की उन्हें जान से ही मरने पर तुले है | हिन्दुसतानी छात्रों की जब विदेश में पिटाई होती है तब पुरे देश में हल्ला होता है ,मीडिया में लगातार दिखाया जाता है | पर क्या हम उन लोगो से अलग है जो हमारे छात्रों की पिटाई करते है | यहाँ पर तोह मैंने केवल पिटाई की बात की है ,मुझे पूरा विश्वास की की उन्हें रोज ढेर सारी नस्लीय गालिया भी दी जाती होगी | लोग उन्हें एलियन की तरह रोज घूरते होंगे | यह काम पूरा hindustan करता है सभी जात ,सभी धर्म के लोग | जो खुद जातिवाद का रोना रोते है .वोह भी इन छात्रों का मजाक उड़ाते है | हाल ही मै एक अफ्रीकी लड़के ने कहा था की लोग उसे किंग कोंग कह कर बुलाते है | अगर आप ऑस्ट्रेलिया /अमेरिका आदि देश में गए और आपको लोग हिन्दुस्तानी कुत्ता कह कर बुलाये तोह आपको कैसा लगेगा ?
खेर में यह पोस्ट अफ्रीकी मूल के छात्रों (अश्वेतों) पर लगातार हो रहे हमले पर लिख रहा हु | लोग अपना देश छोड़कर हमारे देश में पढने आ रहे है ,हम पर विश्वास जता रहे है और आप है की उन्हें जान से ही मरने पर तुले है | हिन्दुसतानी छात्रों की जब विदेश में पिटाई होती है तब पुरे देश में हल्ला होता है ,मीडिया में लगातार दिखाया जाता है | पर क्या हम उन लोगो से अलग है जो हमारे छात्रों की पिटाई करते है | यहाँ पर तोह मैंने केवल पिटाई की बात की है ,मुझे पूरा विश्वास की की उन्हें रोज ढेर सारी नस्लीय गालिया भी दी जाती होगी | लोग उन्हें एलियन की तरह रोज घूरते होंगे | यह काम पूरा hindustan करता है सभी जात ,सभी धर्म के लोग | जो खुद जातिवाद का रोना रोते है .वोह भी इन छात्रों का मजाक उड़ाते है | हाल ही मै एक अफ्रीकी लड़के ने कहा था की लोग उसे किंग कोंग कह कर बुलाते है | अगर आप ऑस्ट्रेलिया /अमेरिका आदि देश में गए और आपको लोग हिन्दुस्तानी कुत्ता कह कर बुलाये तोह आपको कैसा लगेगा ?
बस इस सवाल का जवाब दे दे की आप किसी को उसके रंग पर कैसे जांच सकते है ? ज्याद तर भारतीय तोह सावले ही होते है ,तोह हम मे इतनी नसलियता आ कहा से गयी ?
It’s high time to introspect ourselves & see where we are going .
REMEMBER , COLOR can’t decide WORTH.
At last I want to quote Zimbabwe’s President :
It doesn’t bother me if whites consider themselves superior .As long as I wash my butt with WHITE tissue paper , I am happy.
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