मोदी सरकार और alien नियुक्तिया

आप में से जो लोग अख़बार या न्यूज़ नहीं देखते उन्हें इस लेख का शीर्षक थोडा अटपटा लगेगा | लगे भी क्यों न , एक क्रिकेटर जो केवल अपने खेल की वजह से खबरों में रहा , उसका फैशन से क्या लेना देना |
मगर MODI सरकार इस बार नियुक्तियों में नए नए कीर्तिमान रच रही है | इसकी शरुआत स्मृति ईरानी से हुई थी , आप भले ही कुछ भी तर्क दे पर १३० करोड़ जनसँख्या वाले  देश में क्या भी काबिल व्यक्ति नहीं है जो एक 12th पास महिला को इस बड़े पद पर बैठा दिया जाता है | कुछ कुछ शिक्षा से जुड़े ऐसे मुद्दे होते है जिन्हें केवल खुद अच्छे से पढ़ा लिखा व्यक्ति ही समझ सकता है जैसे upsc में csat का मुद्दा , jee की परीक्षा में बोर्ड के नंबर को तरजीह दे जाय या न ,देश में शिक्षा व्यवस्ता में क्या खामी है जैसे बहुत सारे मुद्दे है  | कुछ लोग कहेंगे इससे पहले वाले सिब्बल साहब ने कोनसा कुछ  उखाड लिया | पर यह कोई तर्क हो ही नहीं सकता , अगर पहला वाला व्यक्ति उतना बढ़िया न हो तोह उसका मतलब यह नहीं की उसकी जगह किसी ऐसे आदमी को बैठा दे जो उस छेत्र से जुडा ही नहीं है | भले ही डिग्री हमारा ज्ञान की सूचक न हो पर स्मृति इस बड़ी पोस्ट के काबिल नहीं है, क्या इस देश में एक भी ऐसा पढ़ा लिखा नहीं है जो hrd मंत्री बनाया जा सके |
पहलाज निहलानी जैसे नमूने को सेंसर बोर्ड का चेयरमैन बना दिया गया और उड़ता पंजाब में उन्होंने 80 करीब कट लगा दिए | निहलानी जी जैसे लोगो के साथ समस्या यह है की इनकी विचारधारा रूढवादी है , इनके विचार नए पीढ़ी के साथ मेल नहीं खाते | यहाँ पर बात तोह यह है ही नहीं की वो उपयुक्त है या नहीं ,बात है जब 2019 में मोदी सरकार का विश्लेषण हॉग तोह नेह्लानी जैसे लोग शर्मिंदगी के अल्वा कुछ नहीं लायेंगे | ऐसे लोग केवल सरकार की साख पर बट्टा ही लगायेंगे |
इसी सूची  में एक नया नाम जुड़ गया है ,Chetan Chauhan . एक क्रिकेटर को फैशन संस्था का प्रमुख बनाया जाना कही से भी जायज नहीं ठहराया जा सकता | अगर इसी तरह नियुक्ति होती रह तोह कल को क्या पता नवजोत सिंह सिद्धू  को ISRO का  चेयरमैन बना दिया  जाये | फिर वही सवाल उठता है की इतने बड़े देश में क्या एक भी उपयुक्त व्यक्ति नहीं है जो चेतन जी को लाने  की नौबत आ पढ़ी |
इन सारी नियुक्तियों में एक बात common है की यह सभी बीजेपी समर्थक है | यह चलन जिसमे अपनी पार्ट को समर्थन करने वाले लोगो को पद डे दिए जाते है कांग्रेस के समय से चलता आ रहा है | उन्होंने क्या करा क्या नहीं यह एकदम अलग बहस है , पर कांग्रेस द्वारा नियुक्त  लोग उस पद के काबिल तोह थे थी भले ही वोह कपिल सिब्बल हो या गिरीश कर्नाड , या श्याम बेनेगल |

मोदी जी इन नियुक्तियो से आप की तोह किरकिरी होगी है ,देश का भी कुछ भला नहीं होने वाला |

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